On-Grid, Off-Grid और Hybrid Solar System की पूरी जानकारी (2026)
आज के समय में सोलर सिस्टम लगवाना एक समझदारी भरा फैसला है, लेकिन गलत सोलर सिस्टम चुन लेना भारी नुकसान का कारण बन सकता है। काफी लोग बिना सोचे-समझे सोलर सिस्टम लगवा लेते हैं और बाद में उन्हें न तो सही फायदा मिलता है और न ही बिजली बिल में बचत होती है।
हाल ही में बहुत से लोगों की शिकायत सामने आई कि उन्होंने On-Grid Solar System लगवाया लेकिन उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ। इसका सबसे बड़ा कारण यह था कि On-Grid सिस्टम सिर्फ Grid (बिजली) आने पर ही काम करता है।
अगर दिन में बिजली नहीं रहती, तो On-Grid Solar System दिन में बिल्कुल काम नहीं करेगा। इसलिए सोलर सिस्टम लगवाने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि कौन-सा सिस्टम कैसे काम करता है और आपके लिए कौन-सा सही रहेगा।
सोलर सिस्टम कितने प्रकार के होते हैं?
मुख्य रूप से आप चार तरीके से सोलर पैनल अपने घर या दुकान पर लगा सकते हैं:
- On-Grid Solar System
- Off-Grid Solar System
- Hybrid Solar System
Existing Inverter पर Solar Panel (Modified Off-Grid)
1. On-Grid Solar System क्या होता है?
On-Grid Solar System वह सिस्टम होता है जो बिजली विभाग की Grid से जुड़ा होता है।
✔ On-Grid Solar System के फायदे
- सरकारी सब्सिडी मिलती है
- बिजली बिल में भारी कमी
- Net Metering की सुविधा
On-Grid Solar System के नुकसान
बिजली जाने पर सिस्टम बंद हो जाता है
बैटरी बैकअप नहीं मिलता
👉 यह सिस्टम सिर्फ उन्हीं जगहों के लिए सही है जहाँ 24 घंटे बिजली रहती है।
⚙️ On-Grid Solar System कैसे काम करता है?
मान लीजिए:
आपने 3 किलोवाट का On-Grid सिस्टम लगाया
आपके घर का लोड 4 किलोवाट है
सोलर पैनल से 2.5 किलोवाट मिल रहा है
👉 बाकी 1.5 किलोवाट बिजली Grid से ली जाएगी।
अगर:
लोड है 1 किलोवाट
सोलर से मिल रहा है 2.5 किलोवाट
👉 तो 1.5 किलोवाट बिजली Grid में Export हो जाएगी।
इसे ही Net Metering कहते हैं।
💰 Net Metering का फायदा
अगर आपने सर्दियों में 500 यूनिट Grid में Export की और गर्मियों में 500 यूनिट इस्तेमाल की,
तो आपका बिजली बिल Zero रहेगा।
2. Off-Grid Solar System क्या होता है?
Off-Grid Solar System वह सिस्टम होता है जिसमें बैटरी लगी होती है और यह बिना Grid के भी काम करता है।
✔ Off-Grid Solar System के फायदे
- बिजली न होने पर भी सप्लाई
- गांव और Remote Areas के लिए बेस्ट
Off-Grid Solar System के नुकसान
- Cost ज्यादा होती है
- हर 3–5 साल में बैटरी बदलनी पड़ती है
🔋 बैटरी Cost (लगभग)
1 Battery → ₹12,000
2 Battery → ₹25,000
4 Battery → ₹50,000
💡 Important Tip: पुराने Inverter पर Solar Panel कैसे लगाएं? Best Solar System 2026
बहुत से लोग नहीं जानते कि अपनी पुरानी Inverter-Battery पर भी Solar Panel लगाया जा सकता है।
खर्च का अनुमान:
- 1kW Solar Panel → ₹20,000
- Solar Charge Controller → ₹3,000
- Wiring & Structure → ₹5,000
👉 कुल खर्च: ₹28,000 – ₹30,000
जबकि नया Off-Grid सिस्टम लेने पर
👉 ₹55,000 – ₹60,000 तक खर्च आता है।
3. Hybrid Solar System क्या होता है?
Hybrid Solar System, On-Grid और Off-Grid दोनों का Combination होता है।
Hybrid Solar System के फायदे
Battery Backup
Grid Export (Net Metering)
बिजली बिल भी कम, बैकअप भी
Hybrid Solar System का नुकसान
सरकारी सब्सिडी नहीं मिलती
Cost थोड़ी ज्यादा होती है
👉 अगर आप बिजली बिल कम करना + बैकअप दोनों चाहते हैं,
तो Hybrid Solar System सबसे अच्छा विकल्प है।
1 kW to 10 kW Solar System Price 2026 1 किलोवाट से 10 किलोवाट सोलर सिस्टम
On-Grid vs Off-Grid vs Hybrid (Short Comparison)
| System | Battery | Grid Export | Best For |
|---|---|---|---|
| On-Grid | ❌ | ✔ | शहर, 24 घंटे बिजली |
| Off-Grid | ✔ | ❌ | गांव, पावर कट |
| Hybrid | ✔ | ✔ | Best All-Round Option |
निष्कर्ष (Conclusion)
सोलर सिस्टम लगवाने से पहले सिर्फ सब्सिडी मत देखिए।
पहले यह देखें कि:
आपके यहाँ दिन में बिजली रहती है या नहीं
आपको बैटरी बैकअप चाहिए या नहीं
गलत सिस्टम चुनने से पैसे और समय दोनों बर्बाद होते हैं।