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इंटीरियर डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स क्या है ? इसके सब्जेक्ट , योग्यता और फीस सम्बन्धी जानकारी

इंटीरियर डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स क्या है ? इसके सब्जेक्ट , योग्यता और फीस सम्बन्धी जानकारी What is a Diploma Course in Interior Designing ? Information related to its subjects , qualifications and fees

आज के समय में घर की परिभाषा ईट , सीमेंट और लकड़ी से बने ढांचे से काफी बदल गई। अब सिर्फ निर्माण पूरा करा कर आप मकान को घर नहीं बोल सकते हैं। आज के समय में लोग घर को अनोखा बनाने व उसे खूबियों से सजाने के लिए पेशेवर इंटीरियर डिज़ाइनर को काम पर लगाते है। समय के साथ लोगों के बीच यह ट्रेंड काफी तेजी से बढ़ रहा है। अगर आप अपने घर में कुछ बदलाव कराने या फिर से सजा ने पर विचार कर रहे हैं,

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तो नए डिज़ाइन या रचनात्मक विचार के लिए  खुद माथा पच्ची करने की जरूरत नहीं है। आप आसानी से एक इंटीरियर डिज़ाइनर को काम दे सकते हैं। लेकिन अगर आप इस पेशे में घुस कर खुद की रचनात्मक क्षमता को जाँचने पर विचार कर रहे हैं, तो आपका इस क्षेत्र के बारे में रिसर्च करना बेहद जरूरी है। आज की हमारी इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बतायेंगे की आप कैसे एक इंटीरियर डिज़ाइनर बन सकते हैं और उसके क्या क्या काम होते हैं  |

इंटीरियर डिज़ाइनर किसे कहते है ? Interior Designing Course Hindi

इंटीरियर डिज़ाइनर डेकोरेशन से जुड़ी सेवाएँ प्रदान करते हैं जैसे मकान, इमारत, भवन आदि को एक खुबसूरत लुक देना, इंटीरियर डिज़ाइनर का प्रमुख काम होता है। इसके अलावा इंटीरियर डिज़ाइनर की डिमांड अब केवल बड़े शहरो तक सिमित नही रह गया है बल्कि छोटे शहरो, गावं आदि में भी इंटीरियर डिज़ाइनर का डिमांड बहुत अधिक हो गया है। आजकल हर छोटे-बड़े फंक्शन में इंटीरियर डिज़ाइनर से डेकोरेशन कराया जा रहा है।

इंटीरियर डिज़ाइनर का क्या काम होता है ?

इंटीरियर डिज़ाइनर के प्राथमिक काम में योजना बनाना, नई डिज़ाइन की रूपरेखा तैयार करना और रिहायशी मकानों, व्यावसायिक व अन्य इमारतों की सजावट करना शामिल हैं। इंटीरियर डिज़ाइनर को कॉन्ट्रैक्टर, आर्किटेक्ट व इंजीनियर समेत अनेक अन्य पेशे के लोगों के साथ मिलकर काम करना होता है, ताकि वह यह सुनिश्चित कर सके कि डिज़ाइन बनाने का कार्य अच्छे तरीके से हो रहा है। इंटीरियर डिज़ाइनर अपने ग्राहकों को स्पेसिंग, ले आउट, फर्नीचर व कलर कॉम्बिनेशन समेत विभिन्न तरह के डिज़ाइन से जुड़ी सलाह देते हैं। इसके साथ ही डिज़ाइन को और बेहतर करने के संबंध में ग्राहक से निरंतर बातचीत करना व विचारों का आदान प्रदान करना भी इंटीरियर डिज़ाइनर के काम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

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इंटीरियर डिज़ाइनर क्षेत्र के लिए जरूरी कौशल –

इंटीयर डिज़ाइनर में तकनीकी बारिकियों का प्रबंधन करने के साथ-साथ अपने साथ काम करने वाली टीम से तालमेल बनाए रखने का कौशल होना अत्यंत आवश्यक है। टीम के साथ बेहतर तालमेल बनाकर काम करने से परिणाम हमेशा बेहतर होता है। एक इंटीरियर डिज़ाइनर में विजुअल समझ के साथ एक विश्लेषणात्मक सोच का होना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही इंटीरियर डिज़ाइनर को एक निर्धारित बजट में काम करना आना चाहिए व ग्राहक से बातचीत करने में निपुणता हासिल होनी चाहिए। कलर , टेक्सचर व मटेरियल की सटीक जानकारी के साथ इंटीरियर डिज़ाइनर काम को बेहतर परिणाम दे सकते हैं।

इंटीरियर डिज़ाइनर की जिम्मेदारियां –

इंटीरियर डिज़ाइनर किसी कंपनी से जुड़ कर या स्वतंत्र रूप से काम कर सकते हैं। कई बार ग्राहक की जरूरत के अनुसार किसी स्वतंत्र डिज़ाइनर को किसी कंपनी या किसी कंपनी को एक स्वतंत्र डिज़ाइनर के साथ भी काम करना पड़ सकता है। आज के समय में कई डिज़ाइनर लंबे समय तक चलने वाली डिज़ाइन को पसंद करते हैं , जो आधुनिक व इको -फ्रेंडली भी है। डिज़ाइनर को किसी भी डिज़ाइन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए कॉन्ट्रैक्टर व मालिक दोनों के साथ तालमेल बनाना पड़ता है।

इंटीरियर डिज़ाइनर को Building Code , Universal Accessibility Standard व इन्पेक्शन रेगुलेशन के बारे में जानकारी होनी चाहिए। क्षेत्र से संबंधित कौशल के साथ-साथ डिज़ाइनर को CAD (Computer-Aided Design), Photoshop व Ravit जैसे सॉफ्टवेयर की जानकारी भी होनी चाहिए। इंटीरियर डिज़ाइनर मकान व रेस्त्रां, कैफ़े, ऑफ़िस या हॉस्पिटल जैसी व्यावसायिक जगह को डिज़ाइन करते हैं।

इंटीरियर डिज़ाइनिंग के विषय – 

  • कला और मूल डिज़ाइन सेवाएं पेशेवर प्रबंधन – अनुमान लगाना और बजट बनाना (Art and Original Design Services Professional Management – Estimating and Budgeting)
  • फ़र्निचर डिज़ाइन (Furniture Design)
  • इंटीरियर डिज़ाइन का इतिहास (History of Interior Design)
  • निर्माण और सामग्री (Construction and Materials)
  • डिस्प्ले, कंप्यूटर एडेड डिज़ाइनिंग (Display, Computer Aided Designing)
  • अभिलेख सामग्री और पेंट प्रौद्योगिकी के गुण (Properties of Lettering Material and Paint Technology)
  • फर्निशिंग और फिटिंग (Furnishings & Fittings)

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इंटीरियर डिज़ाइनिंग के कोर्सेज

  • Bachelor of Fine Arts in Interior Design
  • Bachelor of Applied Science (Interior Architecture)
  • Bachelor of Environmental Design Studies
  • Bachelor of Interior Design (Hons)
  • BA (Hons) Interior and Special Design
  • B Sc (Hons) Interior Architecture and Property Development
  • Bachelor of Design in Interior Architecture (Hons)
  • Bachelor of Design-Interior Design and Environments
  • Bachelor of Science in Home Furnishing Merchandising
  • Bachelor of Built Environment (Interior Architecture)
  • B Sc (Hons) Architectural Technology and Design
  • Honors Bachelor of Craft and Design (Furniture)

इंटीरियर डिज़ाइनर के लिए योग्यता

  • इंटीरियर डिज़ाइनर में एडमिशन लेने के लिए 12वीं पास होना आवश्यक होता है |
  • इंटीरियर डिज़ाइनिंग कोर्स को किसी भी स्ट्रीम से 12वी पास किए हुए स्टूडेंट आसानी से कर सकते हैं।
  • 12वी में कम से कम 40%-50% मार्क्स होने चाहिए तब स्टूडेंट्स इस कोर्स के लिए योग्य होते हैं।
  • इसके अलावा स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन के बाद भी इंटीरियर डिजाइनर के लिए आवेदन कर सकते हैं, इस कोर्स में डिप्लोमा और डिग्री दोनों तरह के कोर्स का विकल्प होता है, कैंडिडेट्स अपने इंटरेस्ट के अनुसार अपनी कोर्स केटेगरी चुन सकते है।
  • डिप्लोमा कोर्सेज एक वर्ष के तथा डिग्री डिज़ाइन कोर्स 3 वर्ष के होते है।

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इंटीरियर डिज़ाइनर कोर्स फीस – Interior Designing Course Hindi

इंटीरियर डिज़ाइन कोर्स में बहुत सारे Vertical होते हैं और Institute Course Vertical के तौर पर फीस की मांग करती है, अलग –अलग कॉलेज से इंटीरियर डिज़ाइनर से जुड़े कोर्स कराये जाते है। कुछ Organization Distance Learning की सुविधा भी प्रदान करती है। जैसे Fine Arts, Special Designing Interior Architecture आदि। वही अगर फीस की बात करें तो डिप्लोमा/सर्टिफिकेशन लेवल के कोर्स के लिए एक साल की फीस 20,000 से 2,00,000 रुपये तक हो सकती है।

भारत में इंटीरियर डिज़ाइनर प्रवेश परीक्षा

इंटीरियर डिज़ाइनिंग क्षेत्र को कैरियर के रूप में चुनने के लिए विद्यार्थियों को निम्नलिखित प्रवेश परीक्षाएं देनी होंगी :

  • AIEED :- आर्च कॉलेज ऑफ डिज़ाइन एंड बिज़नेस द्वारा ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्ज़ाम फॉर डिज़ाइन (AIEED) का आयोजन कराया जाता है। इस परीक्षा में क्रिएटिव एप्टीट्यूड टेस्ट (CAT) व जेनलर एप्टीट्यूड टेस्ट (GAT) शामिल हैं। विद्यार्थी अपनी AIEEE की रैंक या NATA के स्कोर के आधार पर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई के पहले साल में PTE परीक्षा पास करनी होती है, ताकि उन्हें UK यूनिवर्सिटी भेजा जा सके। Interior Designing Course Details
  • SEED :- सिम्बाइओसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा इंटीरियर डिज़ाइनिंग कोर्स में दाख़िला देने के लिए  सिम्बाइओसिस एंट्रेंस एग्ज़ाम फॉर डिज़ाइन (SEED) का आयोजन कराया जाता है। हालांकि, कोविड-19 की वजह से इस वर्ष SEED का आयोजन नहीं कराया जाएगा।
  • NID प्रवेश परीक्षा :- NID डिज़ाइन एप्टीट्यूड टेस्ट का आयोजन नेशनल इंस्टीट्यूट डिज़ाइन (NID) के कॉलेजेस में इंटीरियर डिज़ाइनिंग के UG व PG प्रोग्राम में दाख़िला देने के लिए कराया जाता है। इस परीक्षा में अच्छे अंक लाने पर विद्यार्थी NID के 7 डिज़ाइन कॉलेजेस में से किसी एक में (प्राप्त अंक के अनुसार) दाख़िला ले सकता है। Interior Designing Course Details

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इंटीरियर डिज़ाइनिंग के बाद करियर –

इस क्षेत्र में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आप इंटीरियर डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में अपने लिए कैरियर के अवसर तलाश ना चाहेंगे।

इंटीरियर डिजाइन का डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद। कोई भी अपना आगे का अध्ययन जारी रख सकता है और स्नातक पाठ्यक्रम के लिए जा सकता है। उसके बाद वे स्नातकोत्तर और पीएच.डी. के लिए जा सकते हैं। यह उनके कौशल को बढ़ाएगा और अधिक ज्ञान प्रदान करेगा। स्नातक सरकारी क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी काम कर सकते हैं।

1 . B.Des Interior Design : बीडीएस इंटीरियर डिजाइन एक 4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम है जो संवेदनशील , व्यावहारिक डिजाइन सोच के साथ रचनात्मकता को संतुलित करने से संबंधित है। इंटीरियर डिजाइन पाठ्यक्रम में बीडीएस एक इमारत के भीतर कार्यात्मक स्थान बनाने के लिए लोगों के व्यवहार को समझने की कला और विज्ञान पर केंद्रित है। इस कोर्स में एडमिशन , प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर किया जाता है जिसमें VEE , MHT CET , VITEEE आदि शामिल हैं। Interior Designing Course Details

2 . BA Interior Design : बैचलर ऑफ आर्ट्स इंटीरियर डिजाइन या बीए इंटीरियर डिजाइन एक 3 साल का आर्किटेक्चरल कोर्स है जिसमें आवास और अंतरिक्ष प्रबंधन कौशल का निर्माण, डिजाइन और रखरखाव शामिल है। बीए इंटीरियर डिजाइन का मूल जोर इस विचार पर रखा गया है कि कैसे एक रिक्त स्थान या क्षेत्र को किसी भी व्यक्ति के लिए उनकी आवश्यकताओं और मांगों से संबंधित उपयुक्त स्थान में परिवर्तित किया जा सकता है। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश संस्थानों द्वारा ही आयोजित मेरिट सूची या प्रवेश परीक्षा (सीईटी) के आधार पर किया जाता है

इंटीरियर डिज़ाइनिंग के अंदर जॉब प्रोफाइल और सैलरी :-

  • Landscape Artist 3 – 5 लाख
  • Floral Designer 3 – 5 लाख
  • Industrial Designer 6 – 7 लाख
  • Interior Design Shops Wedding Decorator 7 – 8 लाख
  • Assistant Designer 3 – 5 लाख
  • Craft and Fine Artists 7 – 8 लाख

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इंटीरियर डिज़ाइनिंग करने के बाद जॉब के लिए टॉप कम्पनींज़ –

  • Savio and Rupa Interior Concepts
  • H&H Studio
  • TOA Architects
  • Studio M Interior Design
  • Morphe Design Company by Prestige Construction
  • Design Cube
  • Carafina
  • De Panache
  • Flipspace
  • Uniply

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